Shikha Arora

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लेखनी प्रतियोगिता -07-May-2022 - अशोक वाटिका

पहुंचे अशोक वाटिका श्री हनुमान ,
ले मुद्रिका साथ अंकित नाम श्री राम ।
देख मुद्रिका हो हर्षित आई माता सीता ,
पूछे हनुमत कैसे हैं श्री राम और भ्राता । 
बजरंगबली तब हाल सुनाएं श्री राम का,
भींगे नैनो के कौर सदा ले सीता नाम का ।
पहचान गए हनुमत उनकी परेशानी,
चूड़ामणि दी सिया ने अपनी निशानी ।
बोले माता से हनुमत बस इतना ही,
अज्ञानी हूं मैं माता जानता कुछ नाहीं।
निशानी ले जा कर दूंगा प्रभु राम को ,
सेना अपनी ले जल्दी आएंगे प्रभु आपको ।
खुश हो गई मां सीता जान हाल श्री राम का,
अश्रुओं में बौरा गई मलाल सुन प्रभु राम का ।
राम नाम की मुद्रिका ली सीने से लगा ,
मन तो उनका पहले ही था ये रंगा ।
हनुमत रहे माता के चरणों में शीश नवां,
क्षमा मांग रहे हनुमत बिन एक क्षण भी गवां ।
दूत है वह तो केवल प्रभु श्री राम के,
आज्ञा नहीं ले जाए मैया को पास राम के।
सूचना उनको माता की कुशलता की देनी,
निशानी आपकी सकुशल प्रभु तक पहुंचानी ।
हर्षित हो जाएंगे प्रभु खबर यह सुनकर ,
व्याकुलता होगी उनकी कुछ तो कमतर ।
दुखी माता अब और नहीं होना आप ,
आशीष दो माता मिले प्यारी सौगात ।।


प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)

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16 Comments

Punam verma

09-May-2022 09:13 PM

Nice

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Shnaya

09-May-2022 06:22 PM

Nice 👍🏼

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Reyaan

09-May-2022 05:00 PM

Very nice

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